नियति या साहस

मनुष्य के हाथ में वे तो कुछ भी नहीं मगर जब भाग्य से लड़ने की बात कही जाए तो मानव कभी पीछे नहीं रहा उसने हमेशा अपने साहस का परिचय दिया| मनुष्य के हाथ में वैसे तो कुछ भी नहीं मगर जब भाग्य से लड़ने की बात कही जाए तो मानव कभी पीछे नहीं रहा उसने हमेशा अपने साहस का परिचय दिया यहाँ तक कि भगवान भी मानव रूप में धरती पर आये तो मानवीय साहस के बल पर रावण जैसे महापराक्रमी को हरा कर नये मानव मूल्यों को स्थापित किया | एक रचना इसी पर आधारित पेश हे:- ...