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कौन करता है

नमस्कार दोस्तों !
परीक्षण बेहद जरूरी है क्योंकि म्यान में रखी तलवारों को भी जंग लग जाता है और जरूरत पड़ने पर काम नहीं आती जीवन भी परीक्षण के बहुत से देता है कौन अपना है और कौन केवल अपनापन जता रहा है उनका परीक्षण करना बेहद जरूरी है।

एक नयी रचना आप सभी के लिए निवेदित है :-

 

कौन बिछाता है कांटे सहारा कौन करता है,
मंजिल पर ही देखेंगे किनारा कौन करता है।

मुगल अंग्रेज थे तब तो सियासतदान है अब भी,
एक ही भूल को बोलों दोबारा कौन करता है।

फकीरी भी तुम्हें मालूम कसौटी खुब कसती है,
किसे भाती नहीं दौलत किनारा कौन करता है।

यही तो दर्द है प्यारे कि जिसका पार पाना है,
इश्क़ की बुनियाद है कि ख़सारा कौन करता है।

कोई तो जोर से बोलें ज़ुल्म अब हद से बाहर है,
लगाये टकटकी सब है कि नारा कौन करता है।

है मालूम वैसे तो हमारा हक़ तो जाना है,
मगर मालूम तो हो ये इशारा कौन करता है।

कोई एक रंग तेरे शेरों में आखिर क्यों नहीं 'शक्ति'
अरे पागल हर एक हर्फ़ को अंगारा कौन करता है।

✍️ दशरथ रांकावत 'शक्ति'





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